ग्वारपाठा को एलोवेरा या घृतकुमारी भी कहते है । प्राचीनकाल से ही एलोवेरा को एक औषधि के रूप में जाना जाता हैं । क्योंकि इसके इस्तेमाल से कई बीमारियां हमारे शरीर से दूर रहती हैं । एलो वेरा के पौधे को अपने घर में या गमले में आसानी से लगाया जा सकता हैं । इसकी लंबी बड़ी मोटी हरी पत्तियों के किनारे पर कांटे होते हैं ।
Aloe vera शरीर के लिए संजीवनी की तरह काम करता हैं । एलोवेरा की 200 से भी ज्यादा प्रजातीया पायी जाती हैं । यह हमारी त्वचा, बाल और शरीर के लिए हर तरह से लाभदायक हैं । आयुर्वेद में भी एलो वेरा के कई फायदे, नुकसान और उपयोग से सम्बंधित सावधानिया बताई गयी है ।
आज इस पोस्ट में हम Aloe Vera के फायदे, नुकसान और सावधानी के बारे में जानेंगे ।
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सबसे पहले यह जान लेना ज़रूरी है की एलोवेरा होता क्या है ? यह कैसा दीखता है और कहा मिल सकता है । इसका बाहरी आवरण हरे रंग का होता है, इसके अंदर गूदेदार और रसीला जैल जैसा निकलता है । उस Gel का ही आयुर्वेदिक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है । और बाहरी कांटेदार हिस्से को फेक दिया जाता है ।
इसके पौधे की लम्बाई लगभग 55 से 100 CM. तक होती है । ग्वारपाठे (Aloe Vera) के पेड़ में सिर्फ पत्तिया ही लगती है, इसके अलावा किसी तरह के फूल या कुछ और नहीं लगते । इसकी पत्तियों पर लोहे की आरी के जैसे कांटे के दांत होते है । इन कांटो को और ऊपर के कवर को हटाकर Gel निकाल लिया जाता है ।
वैसे तो इसे कई नामो से जाना जाता है । लेकिन कुछ स्पेशल भाषाओं के बारे में नीचे दिया गया है ।
एलोवेरा का उपयोग कई तरह की बीमारियों में भी किया जाता है । सामान्यतया इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन सम्बंधित चीज़ो के लिए किया जाता है परन्तु इससे कई जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जाता है । आप इस पोस्ट में ग्वारपाठे के फायदे के बारे में जानेंगे ।
नीचे एलोवेरा के फायदे और उनके उपयोग का विस्तृत रूप में बताया गया है । परन्तु आपसे निवेदन है की सिर्फ फायदे ना पढ़े, इसके कुछ नुकसान और इस्तेमाल करने के लिए सावधानिया भी है । इसलिए फायदे के साथ साथ नुकसान और सावधानियों का भी ध्यान रखे ।
आइये अब हम जानते है की एलो वेरा का इस्तेमाल किस-किस रोग में फायदे के लिए किया जाता है ।
स्किन पर झाइयाँ, झुर्रियां आदि पड़ जाएँ तो एलोवेरा के गूदे की मालिश करने से स्किन पर चमक आ जाती है । ग्वारपाठे का सबसे ज्यादा उपयोग स्किन और चेहरे से सम्बंधित समस्याओ के लिए ही किया जाता है ।
एक निश्चित मात्रा में अगर ग्वारपाठे का नियमित सेवन किया जाए तो यह स्टैमिना बढ़ाता है । इसके अंदर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन शरीर को एनर्जी देते हैं । जिससे शरीर को पावर बूस्टर्स और रनिंग स्टैमिना मिलता है, जिससे पुरुषो का T-level (टेस्टोस्टेरोन हार्मोन) भी बढ़ता है ।
इसके अलावा नियमित सेवन करने से पुरुषो की फर्टिलिटी रेट भी बढ़ती है, यह स्पर्म काउंट को बढ़ाने में बहुत कारगर उपाय है ।
सुबह खाली पेट थोड़ा एलो वेरा के सेवन करने से शरीर में ताजगी का अनुभव होता हैं । एलोवेरा में बहुत से विटामिन, मिनरल और पोषक पदार्थ होते हैं. जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं ।
वैसे तो ग्वारपाठे के फायदे बहुत है लेकिन स्किन से सम्बंधित समस्याओ के अलावा एलोवेरा का इस्तेमाल मोटापा कम करने के लिए भी किया जाता है । इसके जूस का सेवन करने से शरीर के टॉक्सिन में धीरे धीरे कमी होने लगती है, जिससे मेटाबोलिज्म में भी सुधार होता है । इन सबकी वजह से शरीर में एनर्जी आती है और बैली फैट को घटने में मदद मिलती है ।
देखिये कोई भी आयुर्वेदिक औषधि सिर्फ किसी एक चीज़ पर फायदा नहीं करती । हमारे शरीर की लगभग 60% बीमारी पेट की गड़बड़ी के कारण होती है । अगर हमारा पेट सही रहेगा तो हमें अन्य बीमारियों से भी दो-चार नहीं होना पड़ेगा ।
एलोवेरा हमारे पेट को साफ़ रखने में मदद करता है । टॉक्सिन दूर करता है, मेटाबोलिज्म बढ़ाता है जिससे एनर्जी बढ़ती है और इसी वजह से चेहरे पर भी चमक आने लगती है ।
एलो वेरा के सेवन से शरीर का वजन संतुलित रहता हैं । एलो वेरा के नियमित इस्तेमाल से मोटापे को कम किया जा सकता हैं ।
मोटापे से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से ह्रदय रोग होता हैं. इसलिए एलोवेरा के जूस के सेवन से शरीर में ताजगी और स्फूर्ति महसूस होती हैं ।
अगर आप (पुरुष) शेविंग करते है और शेविंग के बाद आपको जलन होती है तो वो एलोवेरा को शेविंग मॉइस्चराइजर के रूप में इसका उपयोग कर सकते है । इसको लगाने से जलन भी कम होगी साथ ही चेहरे के दाग-धब्बे भी धीरे धीरे कम हो जायेंगे ।
Aloe vera gel त्वचा को moisturized रखता हैं । एलोवेरा के इस्तेमाल से त्वचा स्वस्थ, सुदंर, कोमल और जवान दिखाई देती हैं । एलो वेरा में त्वचा को सुन्दर बनाने के गुणों के कारण समय से पहले बुढ़ापा आने के लक्षणों को रोकता हैं ।
एलोवेरा के जेल को निकल कर इसे चेहरे, गर्दन और त्वचा पर लगाए और हलकी मसाज करे । इससे त्वचा की खराबी, सूखापन, झुर्रिया, आँखों के काले घेरे और दाग-धब्बे दूर होने लगते हैं ।
आपने भी कई लोगो को एलोवेरा शैम्पू का इस्तेमाल करते देखा होगा । कई लोग जल्दी रिजल्ट पाने के लिए इसका Gel भी बालो में लगाते है ।
एलोवेरा के जूस से कई फायदे होते है जैसे की यह बालो का रूखापन दूर करता है, उन्हें चमकदार बनाता है । और इसका सबसे अच्छा फायदा यह है की यह बालो से डैंड्रफ (dandruff) दूर करने के लिए रामबाण इलाज है ।
Aloe vera hair growth को बढ़ाता हैं । यह बालो को झड़ने से रोकता हैं, साथ ही dandruff को भी दूर करता हैं ।
एलो वेरा के जेल को बालो में लगाए और एक घंटे बाद साफ पानी से धो लें । यह बालो को पोषण देकर उनकी जड़ो को मजबूत करता हैं ।
कब्ज़ की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी एलोवेरा बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है । जैसा की हमने पहले बताया की यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, इसके अलावा यह पाचन तंत्र भी मजबूत करता है । इसके जूस में मौजूद फाइबर भी कब्ज़ की समस्या को दूर करने में फायदेमंद है ।
किसी भी उम्र के लोगो को कब्ज की समस्या रहती हैं, ऐसे में एलो वेरा का जूस पीने से कब्ज में फायदा होता है ।
एलो वेरा को छीलकर उसके गुद्दे के सेवन से यकृत मजबूत और इसकी कार्य क्षमता में बढ़ोतरी होती हैं ।
कब्ज़ से पीड़ित लोगो को फायदे के लिए इसके जूस का नियमित सेवन करना चाहिए ।
एलो वेरा का सेवन करने से यह पाचन शक्ति को मजबूत करता हैं । यह पेट सम्बन्धी बिमारियों को दूर करने में सहायक है । ज्यादा फायदे के लिए आप एलो वेरा में शहद और निम्बू मिलाकर सेवन कर सकते हैं ।
Aloe vera में अत्यधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं । जो की शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं । जिससे हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बनी रहती हैं । जिससे हमारा शरीर स्वस्थ्य रहता हैं ।
पाचन तंत्र सही करने के लिए इसकी सब्ज़ी या फिर लड्डू बना कर खाये । इसके अलावा इसके गूदे को भी खाया जा सकता है ।
आमतौर पर लोग एलोवेरा के सिर्फ स्किन और स्टैमिना से सम्बंधित फायदे ही जानते है । लेकिन, लेकिन, लेकिन इसके फायदे अन्य बीमारियों में भी किये जाते है । जी हाँ, अन्य बीमारियों में भी ।
जैसे की अगर आप खांसी जुकाम से पीड़ित है तो एलोवेरा का जूस ले । ताज़ा जूस हो तो सबसे बेहतर है । अब इस जूस में सेंधा नमक और काली मिर्च मिलाकर एक चूर्ण बना ले ।
इस चूर्ण को सुबह और शाम को पांच-पांच मुनक्का के साथ सेवन करे । आपको ज़रूर खांसी-जुकाम में फायदा होगा ।
अगर सिर में दर्द हो रहा है, तो एलोवेरा का Gel ले । अब gel में थोड़ी सी दारुहल्दी का पाउडर मिला कर एक चूर्ण बना ले ।
ध्यान रहे की दारुहल्दी और Gel इतनी ही मात्रा में ही ले की चूर्ण जैसा ही बने, ना तो ज्यादा ही liquid और ना ही ज्यादा गाढ़ा ।
अब इस तैयार चूर्ण को हल्का सा गर्म करे, ठंडा होने के बाद सिरदर्द वाली जगह पर लगा ले । कुछ समय बाद सिरदर्द में फायदा होगा ।
अगर किसी व्यक्ति की आँखों पर सूजन हो या आँख लाल रहती हो तो ताज़ा एलोवेरा को गुदा निकाले । इसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाये, और इसे गर्म कर ले ।
अब इसे ठंडा होने के बाद पट्टी लेकर आँखों पर बाँध ले । इससे धीरे धीरे आँखों की सूजन और लालिमा दूर हो जाएगी ।
अपनी आँखों की पलकों को बंद कर ले, अब इसके गूदे को एक सूती कपडे या रूई पर लगा कर एक घंटे के लिए लगा कर रख ले । इसके बाद हलके ठन्डे पानी से आँखों को साफ़ कर ले ।
ऐसा करने से आँखों से सम्बंधित लगभग सभी रोग दूर हो जायेंगे, साथ ही आँखों की ज्योति भी बढ़ेगी ।
अगर आप कान दर्द की समस्या से पीड़ित है तो एलोवेरा का ताज़ा गुदा ले । अब इस गूदे को हल्का सा गुनगुना करे । इसके बाद जिस कान में दर्द हो उसमे दो-दो बूँद डाले । ऐसा करने से कान के दर्द में आराम मिलता है ।
यदि आप या कोई फ्रेंड मुहांसो (Acne) की समस्या से परेशान है और किसी भी दवाई से फायदा नहीं हो रहा है तो आप एक बार इस देसी इलाज को भी ट्राई करे ।
एलो-वेरा का जेल ले और इसमें पपीता के पेस्ट को मिला कर अच्छे से फेस पैक बना ले । अब इसे चेहरे पर लगा कर कुछ समय के लिए छोड़ दे । फिर पानी से मुँह को धो ले । इसे एक सप्ताह तक करे ।
आप खुद देखेंगे की एलोवेरा मुहांसों या एक्ने (Acne) की समस्या के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है ।
एलो वेरा के सेवन से गठिया और जोड़ो के दर्द में फायदा होता हैं । गठिया का रोग बढ़ती उम्र के लोगो में ज्यादा होता हैं । एलोवेरा की सब्जी या जूस के रूप में भी इस्तेमाल करना फायदेमंद होता हैं ।
आप एलोवेरा के गूदे में थोड़ी हल्दी मिलाकर दर्द वाले स्थान पर कपडे की पट्टी से बांध लें. आपको जोड़ो के दर्द, गठिया, दर्द और सूजन में फायदा होगा ।
आप एलो वेरा के गूदे में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर घाव वाले स्थान पर पट्टी से बांध लें । जख्म या घाव और मुँह के छाले भी एलोवेरा के इस्तेमाल से ठीक होते हैं, एलो वेरा जूस के सेवन से पीलिया रोग भी नही होता हैं ।
Aloe vera के नियमित रूप से इस्तेमाल से डाइबिटीज या मधुमेह की समस्या दूर हो जाती हैं । सुबह के समय एलो वेरा के रस में आवला का रस मिलाकर लेने से मधुमेह की बीमारी में काफी फायदा होता हैं ।
एलो वेरा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होने के कारण कैंसर जैसे रोग होने का खतरा कम होता हैं । एलोवेरा शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करता हैं ।
एलो वेरा जेल को मुँह पर लगाने से यह धुप की किरणों से सुरक्षा करता हैं । फटी हुई एड़ियों पर एलो वेरा जेल लगाने से ये ठीक हो जाती हैं ।
ऊपर हमने एलोवेरा के प्रमुख फायदे और उपयोग के बारे में जाना है । इसके अलावा भी Aloe vera के कई अन्य फायदे है । नीचे इनके उपयोग के तरीके और बेनिफिट्स के बारे में बारे बताया गया है ।
आपने एलोवेरा के फायदे के बारे में तो जान लिया, लेकिन अब आपके मन भी यह सवाल होगा की इसका कितना सेवन करे? किस मात्रा में सेवन करे ?
एक जागरूक व्यक्ति के मन में इस तरह के सवाल होने ही चाहिए । ग्वारपाठे की तासीर गर्म होती है इसलिए इसको एक निश्चित मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए, वरना अर्थ का अनर्थ भी हो सकता है ।
एलोवेरा के रस, गूदे या जैल को एक दिन में अधिक से अधिक (Max to Max) 20 से 30 मिलीमीटर की मात्रा में लिया जा सकता है ।
एलोवेरा की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका एक निश्चित मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए । सबसे ज़रूरी और ध्यान देने वाली बात यह है की इसका इस्तेमाल करने से पहले एलोवेरा के नुकसान और सावधानी के बारे में शांत चित्त से पढ़े और जान ले । हम भारतीयों की आदत है कही से कुछ पता चल जाये फिर उसके साइड इफेक्ट्स या नुकसान की परवाह किये बिना अंधाधुंध सेवन करते है ।
इसलिए मेरी आपसे विनम्र विनती है कृपया ग्वारपाठे के नुकसान और सावधानी के बारे में भी जान ले ।
Ans: 12 साल से कम उम्र के बच्चों को एलोवेरा के जैल, गूदा या जूस का सेवन नहीं करना चाहिए ।
Ans: आयुर्वेदिक औषधि का फायदा यही होता है की इनका अगर निश्चित मात्रा में सेवन किया जाए तो ये किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं करती । लेकिन एलो वेरा को अधिक मात्रा में लिया जाये तो यह नुकसान दायक है । इसलिए आपको इसकी मात्रा और सावधानी के बारे में जानकारी होनी चाहिए ।
Ans: जैसा की मैंने बताया की इसकी एक निश्चित मात्रा का ही सेवन करना चाहिए । इसलिए किसी भी परिस्थिति में 20-30 ग्राम से ज्यादा सेवन ना करे ।
Ans: इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए माहवारी (Periods) के दौरान इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ।
Ans: इसका शुरू में कम ही मात्रा में सेवन करे । अगर आप अपने शरीर में किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं पाते फिर इसकी धीरे - धीरे मात्रा बढ़ा सकते है ।
Ans: अगर आप बाजार से इसका जूस या जैल लाये है तो उसे 30-40 दिन में ही ख़त्म कर दे । इसलिए छोटा पैक ही लाना चाहिये । इसके जार को भी फ्रीज में अच्छे से कसकर बंद करने के बाद ही रखे ।
Ans: बवासीर के रोगियों को एलोवेरा की सब्ज़ी का सेवन करना चाहिए । इसका गूदा या जूस पीने से भी पेट साफ़ रहेगा । पाइल्स के रोगियों के लिए तो यह एक रामबाण औषधि है ।
Ans: जी हाँ, आप ऐसा कर सकते है । आपने भी कई लोगो को एलोवेरा शैम्पू का इस्तेमाल करते देखा होगा । कई लोग जल्दी रिजल्ट पाने के लिए इसका Gel भी बालो में लगाते है । एलोवेरा के जूस से कई फायदे होते है जैसे की यह बालो का रूखापन दूर करता है, उन्हें चमकदार बनाता है । और इसका सबसे अच्छा फायदा यह है की यह बालो से डैंड्रफ (dandruff) दूर करने के लिए रामबाण इलाज है । Aloe vera hair growth को बढ़ाता हैं । यह बालो को झड़ने से रोकता हैं । एलो वेरा के जेल को बालो में लगाए और एक घंटे बाद साफ पानी से धो लें । यह बालो को पोषण देकर उनकी जड़ो को मजबूत करता हैं ।